इस ब्लॉग के माद्यम से हम आपको, उत्तराखंड तथा उत्तर भारत के पर्यावरण, पहाड़ो की संस्कृति, रीतिरिवाज व रहनसहन से रूबरू करवाएंगे।

  • देवभूमि ट्रेवल डायरी

    इस ब्लॉग के माद्यम से हम आपको, उत्तराखंड तथा उत्तर भारत के पर्यावरण, पहाड़ो की संस्कृति, रीतिरिवाज व रहनसहन से रूबरू करवाएंगे।

  • माँ बधाणगढ़ी मंदिर चमोली उत्तराखंड

    माँ बधाणगढ़ी मंदिर समुन्द्र तल से 2260 मीटर की उचाई पर एक पहाड़ी पर स्थित है यह मंदिर माँ काली और भगवान भोलेनाथ को समर्पित है

तुंगनाथ मंदिर

तुंगनाथ मंदिर भारत में उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। यह मंदिर हिमालय की पर्वत श्रृंखला में स्थित है और दुनिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर है। यहाँ पर शिवलिंग के रूप में विश्व के सबसे ऊँचे स्थान पर स्थित होने के कारण यह मंदिर अत्यंत महत्वपूर्ण है।

तुंगनाथ मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में हुआ था और यह पांच मंदिरों में से एक है जो पंच केदार मंदिरों का हिस्सा है। यह मंदिर मुख्य रूप से शिव को समर्पित है और उत्तराखंड में शिव के साथ जुड़ी कई कथाएं जुड़ी हुई हैं।

तुंगनाथ मंदिर भारतीय धर्म एवं संस्कृति के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यहाँ के दृश्यों का आनंद लेने के लिए लोग भ्रमण करते हैं। 



चंद्रशिला तुंगनाथ मंदिर के ऊपर शिखर है । यह मंदिर तुंगनाथ मंदिर से लगभग 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चंद्रशिला एक पर्वत शिखर है जो तुंगनाथ मंदिर के बाहर स्थित है। यहाँ से आप हिमालय की खूबसूरत झीलों, चोटियों और देवभूमि के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यह चोटी नंदादेवी, त्रिशूल, केदार चोटी, बंदरपूंछ और चौखंबा चोटियों सहित हिमालय के दृश्य प्रदान करती है।

चंद्रशिला तुंगनाथ मंदिर




चंद्रशिला तुंगनाथ मंदिर की ऊंचाई लगभग 12,110 फीट (3,690 मीटर) है। इसका नाम संस्कृत शब्द "चंद्रशिला" से लिया गया है, जो चांद के समान दिखता है। यहाँ पर ट्रेकिंग करने वाले लोग बड़े समुदाय से जुड़ सकते हैं जो यहाँ के स्थानों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।

चंद्रशिला तुंगनाथ मंदिर यात्रा भारत में पर्वतारोहण के शौकीन लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यहाँ ट्रेकिंग करने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक होता है।



बाबा तुंगनाथ

Share:

गढ़वाल के 52 गढ़

 


1. चांदपुर गढ़
2. भरपूर गढ़
3. कुजणी गढ़
4. सिल गढ़
5. मुंगरा गढ़
6. नागपुर गढ़
7. कोल्लिगढ़
8. रावडगढ़  
9. फल्याण गढ़
10. बांगर गढ़
11. कुइली गढ़
12. रैका गढ़
13. मौल्या गढ़
14. उप्पू गढ़
15. सांकरी गढ़
16. रामी गढ़
17. बिराल्टा गढ़
18. इडिया गढ़
19. बाग गढ़
20. गढ़कोट गढ़
21. चौंडा गढ़
22. तोप गढ़
23. राणी गढ़
24. श्रीगुरु गढ़
25. बधाण गढ़
26. लोहबाग गढ़
27. रतन गढ़
28. चौन्दकोट गढ़
29. नयाल गढ़
30. अजमीर गढ़
31. गड़ताग गढ़
32. कुंडारा गढ़
33. लंगूर गढ़
34. नाला गढ़
35. दशोली गढ़
36. धौना गढ़  
37. एरासू गढ़
38. बनगढ़ गढ़
39. भरदार गढ़
40. कांडा गढ़
41. सावली गढ़
42. गुजडू गढ़
43. जौट गढ़
44. देवल गढ़
45. लोद गढ़
46. जौंलपुर गढ़
47. चंपा गढ़
48. डोडराक्वांरा गढ़  
49. भवना गढ़
50. लोदन गढ़
51. बदलपुर गढ़
52. संगेला गढ़
Share:

फौजी भाइयों द्वारा सुंदर प्रस्तुति : जय हिंद जय भारत


Army Day : फौजी भाइयों द्वारा सुंदर प्रस्तुति | जय हिंद जय भारत

देश की सेना आज अपना 74वां सेना दिवस (74th Army Day) मना रही है। इसी उपलक्ष  मैं आप सभी के बीच फौजी भैया द्वारा सुन्दर प्रस्तुति 

जय हिंद जय भारत


Share:

आस्था व संस्कृति का पर्व मलियाल कौथिग

मलियाल कौथिग, ग्राम मेल्ठा जिला चमोली, उत्तराखंड 

आस्था व संस्कृति का पर्व मलियाल कौथिग, हर वर्ष ७ गांव मालियालथोक द्वारा आयोजित किया जाता है | मालियाल दाणु के प्रति बधाण गढ़ मैं इसकी बहुत मान्यता है व ऐसे यहाँ एक बहुत बड़े लोक पर्व के रूप मैं मनाया जाता है 

आभार : समस्त ७ गांव मालियालथोक व मालियाल मंदिर समिति 

वीडियो आभार : सूरज सिंह नेगी (ग्राम मेल्ठा)

Share:

पांडव लीला | ग्राम मेल्ठा, जिला चमोली, उत्तराखंड


पांडव लीला 2015 की झलक हम ग्राम मेल्ठा जिला चमोली

धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक, दार्शनिक,आस्था व संस्कृति के प्रमुख काव्य ग्रंथ महाभारत की एक झलक जिसे उत्तराखंड के पहाड़ो मैं पांडव लीला कहा जाता है |  पांडव लीला को उत्तराखंड के विभिन क्षेत्रों मैं इसे एक बहुत बड़े लोक पर्व के रूप मैं मनाया जाता है.

उसी पांडव लीला 2015 की झलक हम ग्राम मेल्ठा जिला चमोली से लेकर आए है | इस पर्व को भव्य बनाने के लिए पांडव लीला समिति ग्राम मेल्ठा, 
महिला मंगल दल ग्राम मेल्ठा, व सभी ग्राम निवासी मेल्ठा, अथिति व मित्रगण  का बहुत बहुत धन्यवाद !

आभार 
पांडव लीला समिति ग्राम मेल्ठा, 
महिला मंगल दल ग्राम मेल्ठा, 
समस्त ग्राम निवासी मेल्ठा, सभी अथिति व मित्रगण 

#pandavleela #पांडवलीळा #pandavleela2015 #uttarakhand #thrarali #chamoli 



Share:

देवभूमि ट्रेवल डायरी | VLOG | नन्दा देवी पर्वत | माँ बधाणगढ़ी की यात्रा


नमस्कार दोस्तों, पहली वीडियो को अपना प्यार देने के लिए आपका धन्यवादआज हम लाये है माँ बधाणगढ़ी मंदिर से अपना दूसरा भाग, दोस्तों इस वीडियो मैं आप माँ बधाणगढ़ी मंदिर की चोटि  से  उत्तराखंड की कुछ प्रमुख चोटियाँ जैसे की नन्दा देवी, त्रिशूली व पंचाचूली इत्यादी का आनन्द ले सकते है ! तो दोस्तों उत्तराखंड की चोटियाँ देखने के लिए वीडियो को अंत तक जरूर देखे !

धन्यवाद ! जय माँ माँ बधाणगढ़ी 
Share:

माँ बधाणगढ़ी मंदिर चमोली उत्तराखंड

उत्तराखंड के चमोली जिले  मैं स्थित माँ बधाणगढ़ी मंदिर समुन्द्र तल से 2260 मीटर की उचाई पर एक पहाड़ी पर स्थित  है यह मंदिर माँ काली और भगवान भोलेनाथ को समर्पित है, माँ बधाणगढ़ी मंदिर की दुरी  ग्वालदम से 8 व थराली से 20 किलोमीटर है | मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालू 4 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके यहाँ पहुंचते है, माँ बधाणगढ़ी मंदिर से उत्तराखंड की कुछ प्रमुख चोटियाँ  जैसे की  नन्दा देवी, त्रिशूली व पंचाचूली इत्यादी का मनोरम दृश्य भी देखा जा सकता है  ऐसी हे और नयी वीडियो के लिए हमारे चैनल को subscribe करे | व वीडियो को Like व Share जरूर करे !

धन्यवाद ! जय माँ माँ बधाणगढ़ी 

माँ बधाणगढ़ी मंदिर व Trek से जुडी अधिक जानकारी के लिए link पर click करे  
Youtube : http://www.youtube.com/c/HarenderSinghNegiWeb
Website http://www.devbhoomitraveldiary.com/
Facebook : https://www.facebook.com/DevbhoomiTravelDiary
Instagram : https://www.instagram.com/devbhoomitraveldiary/?hl=en
Twitter :  https://twitter.com/DevbhoomiDiary



Share:

Search This Blog

Powered by Blogger.

Blog Archive

तुंगनाथ मंदिर

तुंगनाथ मंदिर भारत में उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। यह मंदिर हिमालय की पर्वत श्रृंखला में स्थित है और दुनिया का सबसे ऊँचा शिव...

Contact Us

Name

Email *

Message *

Recent Posts